एक राजमिस्त्री (मेसन (सामान्य)) से उम्मीद की जाती है कि वह नियमित मेसन के काम करेगा जैसे कि ईंटें बनाना, पलस्तर करना और साथ ही इमारतों के लिए वॉटरप्रूफिंग का काम करना।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
आप चीजें बनाना पसंद करते हों।
आप एक टीम में काम करने में सहज हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता कक्षा 8 पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप मेसन (सामान्य) कोर्स के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
एक सामान्य राजमिस्त्री (मेसन (सामान्य)) की लगभग आय 7,800 - 10,750 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3KpFF4V *एन.सी.एस. से ली अज्ञी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
ग्राम विकास ने जून-जुलाई 2018 के दौरान 60 दिनों के लिए ओडिशा पावर जनरेशन कॉरपोरेशन (ओ.पी.जी.सी.) के सहयोग से गाँव में राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। लक्ष्मी एक्का एक युवा महिला हैं, जो प्रशिक्षण का हिस्सा थीं। उनका सपना था कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेज सकें। “हम एक अनिश्चित स्थिति में रहते थे जहाँ गुज़ारा करना मुश्किल था। मेरे पति और मैंने अपने पांच लोगों के परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम किया। प्रति माह 5,000 रुपये की हमारी संयुक्त आय के साथ, जीवित रहने के अलावा कुछ भी करना मुश्किल था।” प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, लक्ष्मी ओ.पी.जी.सी. परिसर में निर्माण परियोजनाओं में राजमिस्त्री के रूप में काम कर रही हैं। उनकी आय बढ़कर 15,000 रुपये प्रति माह हो गई है। लक्ष्मी के दोनों बच्चे नियमित स्कूल जाने लगे हैं।*
राजमिस्त्री (मेसन (सामान्य))
NCS Code: 7112.0102 | V062न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप मेसन (सामान्य) कोर्स के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.): https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss/ लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ. केंद्रों की सूची: https://www.aicteindia.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ।
अधिकांश सरकारी योजनाएँ मुफ़्त हैं।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: https://www.scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए https://www.buddy4study.com या https://www.buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
कार्यस्थल: निर्माण एजेंसियां।
काम का माहौल: आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट ड्यूटी हो सकती है। ओवरटाइम करना आम बात है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
मेसन लेवल -2 → मेसन (सामान्य) → मेसन लेवल -4 → कंस्ट्रक्शन सुपरवाइजर → साइट मैनेजर
एक सामान्य राजमिस्त्री (मेसन (सामान्य)) की लगभग आय 7,800 - 10,750 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3KpFF4V
*एन.सी.एस. से ली अज्ञी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
ग्राम विकास ने जून-जुलाई 2018 के दौरान 60 दिनों के लिए ओडिशा पावर जनरेशन कॉरपोरेशन (ओ.पी.जी.सी.) के सहयोग से गाँव में राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। लक्ष्मी एक्का एक युवा महिला हैं, जो प्रशिक्षण का हिस्सा थीं। उनका सपना था कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेज सकें। “हम एक अनिश्चित स्थिति में रहते थे जहाँ गुज़ारा करना मुश्किल था। मेरे पति और मैंने अपने पांच लोगों के परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम किया। प्रति माह 5,000 रुपये की हमारी संयुक्त आय के साथ, जीवित रहने के अलावा कुछ भी करना मुश्किल था।” प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, लक्ष्मी ओ.पी.जी.सी. परिसर में निर्माण परियोजनाओं में राजमिस्त्री के रूप में काम कर रही हैं। उनकी आय बढ़कर 15,000 रुपये प्रति माह हो गई है। लक्ष्मी के दोनों बच्चे नियमित स्कूल जाने लगे हैं।*
स्रोत: https://www.gramvikas.org/blg/mason-training-helps-laxmi-send-her-children-to-school/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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